Tuesday, March 8, 2011

हिन्दुस्तान


"-जनकवि कोदूराम "दलित
भगवान  जिहाँ अउंतरत  रथय
वो  भुइयां  हिन्दुस्तान आय  .

जंगल , पहाड़ , सागर  जेकर  मेड़ों के  करथयं  रखवारी 
गंगा,जमुना,नरबदा,सिन्धु ,नदिया  सब हवय लाभकारी .
सब जिनिस इहाँ पैदा होथय,अमरित सांही  दे  दूध  गाय.
वो  भुइयां  हिन्दुस्तान आय  .

कश्मीर इहाँ के नंदनवन,चलथय सुखदायी मलय पवन
येकर माटी हर सोना आय अऊ आय गाँव मन वृन्दावन.
ये भुइयां के सच्चा सेवक,मिहनती मजूर-किसान आयं
वो  भुइयां  हिन्दुस्तान आय  .

मिल के रइथयं जेकर सपूत हिन्दू , ईसाई , मुसलमान
हे बड़े - बड़े जोद्धा येकर ,डोगरा ,गोरखा , सिख , पठान.
ये रामकृष्ण के जन्म-भूमि ये वीर मनन के खान आय.
वो  भुइयां  हिन्दुस्तान आय  .

लाही जग-मां सुख शांति यही,कर सत्य-अहिंसा के प्रचार
अऊ आत्म-ज्ञान,विज्ञानं सिखों के देही सब ला यही तार.
गौतम-गाँधी के कर्म भूमि , जग के गुरु यही महान आय.
वो  भुइयां  हिन्दुस्तान आय  .

 

1 comment:

  1. अच्छी प्रस्तुति, ब्लॉग लेखन में आपका स्वागत, हिंदी लेखन को बढ़ावा देने के लिए तथा पत्येक भारतीय लेखको को एक मंच पर लाने के लिए " भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" का गठन किया गया है. आपसे अनुरोध है कि इस मंच का followers बन हमारा उत्साहवर्धन करें , हम आपका इंतजार करेंगे.
    हरीश सिंह.... संस्थापक/संयोजक "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच"
    हमारा लिंक----- www.upkhabar.in/

    ReplyDelete