Saturday, February 4, 2012

तब के नेता – अब के नेता


– जनकवि स्व.कोदूराम ”दलित”

तब के नेता जन-हितकारी I अब के नेता  पदवी धारी  II
तब के नेता  किये कमाल  I अब के नित पहने जयमाल II

तब के नेता पटका वाले    I अब के नेता लटका वाले    II
तब के नेता गाँधी वादी    I अब के नेता निरे विवादी   II

तब के नेता काटे जेल       I अब के आधे चौथी फेल     II
तब के नेता गिट्टी फोड़ें      I अब के नेता कुर्सी तोड़ें     II

तब के नेता डण्डे खायें      I अब के नेता अण्डे खायें     II
तब के नेता लिये सुराज    I अब के पूरा भोगें राज      II

तब के नेता बने भिखारी    I  अब के नेता बनें शिकारी  II
तब के एक पंथ पर चलते  I  अब के नेता रंग बदलते   II

तब के त्यागी,तपसी, सीधे   I  अब के नेता व्होट खरीदे II
तब के नेता सब ठुकराये    I अब के शाही महल बनाये II

तब के को आराम-हराम    I अब के को सबसे प्रिय दाम II
तब के नेता को हम मानें   I अब के नेता को पहिचाने    II

**********************************************

2 comments:

  1. आपने बहुत अच्छी कविता लिखी हैं. इसी विषय  Politics  से सम्बंधित मिथिलेश२०२०.कॉम पर लिखा गया लेख अवश्य देखिये!

    ReplyDelete