Sunday, October 2, 2011

बापू की स्मृति में

– जनकवि स्व.कोदूराम ”दलित”
 
             दोहा


जय-जय अमर शहीद जय, सुख-सुराज-तरु-मूल
तुम्हें  चढ़ाते  आज हम श्रद्धा  के  दो फूल.
उद्धारक माँ - हिंद के, जन - नायक, सुख-धाम
विश्व वंद्य बापू तुम्हें , शत् -शत् बार प्रणाम.

            
        चौपाई


जय जय राष्ट्र पिता अवतारी
जय निज मातृभूमि–भय हारी.
जय-जय सत्य अहिंसा -धारी
विश्व-प्रेम के   परम पुजारी.
जय टैगोर- तिलक अनुगामी
जय हरि-जन सेवक निष्कामी.
जय-जय कृष्ण भवन अधिवासी
जय महान , जय सद्गुण राशी.
जय-जय भारत भाग्य-विधाता
जय चरखाधर,जन दुख: त्राता.
जय गीता-कुरान –अनुरागी
जय संयमी ,तपस्वी,त्यागी.
जय स्वातंत्र्य -समर -सेनानी
छोड़ गये निज अमर कहानी.
किया देश हित जप-तप अनशन
दिया  ज्ञान  नूतन , नव जीवन.
तुमने घर-घर अलख जगाया
कर  दी  दूर  दानवी  माया.
बापू एक बार  फिर आओ
राम राज्य भारत में लाओ.
अनाचार - अज्ञान मिटाओ
भारत भू को स्वर्ग बनाओ.
बिलख रही अति  भारत माता
दुखियों का दु:ख सुना न जाता.

             दोहा

दीन-दलित नित कर रहे, देखो करुण पुकार
आओ मोहन हिंद में  , फिर लेकर अवतार.
विश्व विभूति, विनम्र वर,अति उदार मतिमान
नवयुग - निरमाता,विमल,समदरशी भगवान.

***************************************

3 comments:

  1. दलित जी की इस रचना के लिये धन्यवाद ।

    ReplyDelete
  2. जनकवि रचित बापू वंदना प्रस्तुत करने के लिए आभार।

    ReplyDelete